महाभारतम् — 3.198.60
Original
Segmented
गुरु-शुश्रूषणम् सत्यम् अक्रोधो दानम् एव च एतत् चतुष्टयम् ब्रह्मञ् शिष्ट-आचारेषु नित्यदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
शुश्रूषणम् | शुश्रूषण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अक्रोधो | अक्रोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
चतुष्टयम् | चतुष्टय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ब्रह्मञ् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शिष्ट | शास् | pos=va,comp=y,f=part |
आचारेषु | आचार | pos=n,g=m,c=7,n=p |
नित्यदा | नित्यदा | pos=i |