महाभारतम् — 3.198.56
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच स तु विप्रो महा-प्राज्ञः धर्मव्याधम् अपृच्छत शिष्ट-आचारम् कथम् अहम् विद्याम् इति नर-उत्तम एतन् महामते व्याध प्रब्रवीहि यथातथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
विप्रो | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धर्मव्याधम् | धर्मव्याध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपृच्छत | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
शिष्ट | शास् | pos=va,comp=y,f=part |
आचारम् | आचार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विद्याम् | विद् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
नर | नर | pos=n,comp=y |
उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
एतन् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महामते | महामति | pos=a,g=m,c=8,n=s |
व्याध | व्याध | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रब्रवीहि | प्रब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यथातथम् | यथातथ | pos=a,g=n,c=2,n=s |