Original

धात्रा तु विहितं पूर्वं कर्म स्वं पालयाम्यहम् ।प्रयत्नाच्च गुरू वृद्धौ शुश्रूषेऽहं द्विजोत्तम ॥ २० ॥

Segmented

धात्रा तु विहितम् पूर्वम् कर्म स्वम् पालयामि अहम् प्रयत्नतः च गुरू वृद्धौ शुश्रूषे ऽहम् द्विज-उत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
धात्रा धातृ pos=n,g=m,c=3,n=s
तु तु pos=i
विहितम् विधा pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
पूर्वम् पूर्वम् pos=i
कर्म कर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=s
स्वम् स्व pos=a,g=n,c=2,n=s
पालयामि पालय् pos=v,p=1,n=s,l=lat
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रयत्नतः प्रयत्न pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
गुरू गुरु pos=n,g=m,c=2,n=d
वृद्धौ वृद्ध pos=n,g=m,c=2,n=d
शुश्रूषे शुश्रूष् pos=v,p=1,n=s,l=lat
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
द्विज द्विज pos=n,comp=y
उत्तम उत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s