Original

अस्मिंस्त्वतिक्रमे ब्रह्मन्क्षन्तुमर्हसि मेऽनघ ।पतिशुश्रूषया धर्मो यः स मे रोचते द्विज ॥ २८ ॥

Segmented

अस्मिंस् तु अतिक्रमे ब्रह्मन् क्षन्तुम् अर्हसि मे ऽनघ पति-शुश्रूषया धर्मो यः स मे रोचते द्विज

Analysis

Word Lemma Parse
अस्मिंस् इदम् pos=n,g=m,c=7,n=s
तु तु pos=i
अतिक्रमे अतिक्रम pos=n,g=m,c=7,n=s
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
क्षन्तुम् क्षम् pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ऽनघ अनघ pos=a,g=m,c=8,n=s
पति पति pos=n,comp=y
शुश्रूषया शुश्रूषा pos=n,g=f,c=3,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
यः यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
रोचते रुच् pos=v,p=3,n=s,l=lat
द्विज द्विज pos=n,g=m,c=8,n=s