Original

देवतातिथिभृत्यानां श्वश्रूश्वशुरयोस्तथा ।शुश्रूषणपरा नित्यं सततं संयतेन्द्रिया ॥ १५ ॥

Segmented

देवता-अतिथि-भृत्यानाम् श्वश्रू-श्वशुरयोः तथा शुश्रूषण-परा नित्यम् सततम् संयत-इन्द्रिया

Analysis

Word Lemma Parse
देवता देवता pos=n,comp=y
अतिथि अतिथि pos=n,comp=y
भृत्यानाम् भृत्य pos=n,g=m,c=6,n=p
श्वश्रू श्वश्रू pos=n,comp=y
श्वशुरयोः श्वशुर pos=n,g=m,c=6,n=d
तथा तथा pos=i
शुश्रूषण शुश्रूषण pos=n,comp=y
परा पर pos=n,g=f,c=1,n=s
नित्यम् नित्यम् pos=i
सततम् सततम् pos=i
संयत संयम् pos=va,comp=y,f=part
इन्द्रिया इन्द्रिय pos=n,g=f,c=1,n=s