महाभारतम् — 3.196.17
Original
Segmented
एवम् कृच्छ्रेण महता पुत्रम् प्राप्य सु दुर्लभम् चिन्तयन्ति सदा वीर कीदृशो ऽयम् भविष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
कृच्छ्रेण | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
महता | महत् | pos=a,g=n,c=3,n=s |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
सु | सु | pos=i |
दुर्लभम् | दुर्लभ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
चिन्तयन्ति | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सदा | सदा | pos=i |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कीदृशो | कीदृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |