महाभारतम् — 3.195.2
Original
Segmented
अतिष्ठद् एक-पादेन कृशो धमनि-संततः तस्मै ब्रह्मा ददौ प्रीतो वरम् वव्रे स च प्रभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अतिष्ठद् | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
एक | एक | pos=n,comp=y |
पादेन | पाद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कृशो | कृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धमनि | धमनि | pos=n,comp=y |
संततः | संतन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
ब्रह्मा | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ददौ | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वव्रे | वृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |