Original

स योगबलमास्थाय मामकं पार्थिवोत्तमः ।शासनात्तव विप्रर्षे धुन्धुमारो भविष्यति ॥ २८ ॥

Segmented

स योग-बलम् आस्थाय मामकम् पार्थिव-उत्तमः शासनात् तव विप्र-ऋषे धुन्धुमारो भविष्यति

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
योग योग pos=n,comp=y
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
मामकम् मामक pos=a,g=n,c=2,n=s
पार्थिव पार्थिव pos=n,comp=y
उत्तमः उत्तम pos=a,g=m,c=1,n=s
शासनात् शासन pos=n,g=n,c=5,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
विप्र विप्र pos=n,comp=y
ऋषे ऋषि pos=n,g=m,c=8,n=s
धुन्धुमारो धुन्धुमार pos=n,g=m,c=1,n=s
भविष्यति भू pos=v,p=3,n=s,l=lrt