महाभारतम् — 3.192.22
Original
Segmented
विष्णुः उवाच प्रीतस् ते ऽहम् अलौल्येन भक्त्या च द्विज-सत्तम अवश्यम् हि त्वया ब्रह्मन् मत्तो ग्राह्यो वरो द्विज
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विष्णुः | विष्णु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रीतस् | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अलौल्येन | अलौल्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
अवश्यम् | अवश्यम् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मत्तो | मद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ग्राह्यो | ग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
वरो | वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्विज | द्विज | pos=n,g=m,c=8,n=s |