Original

त्वयि तुष्टे जगत्स्वस्थं त्वयि क्रुद्धे महद्भयम् ।भयानामपनेतासि त्वमेकः पुरुषोत्तम ॥ १६ ॥

Segmented

त्वयि तुष्टे जगत् स्वस्थम् त्वयि क्रुद्धे महद् भयम् भयानाम् अपनेता असि त्वम् एकः पुरुषोत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
त्वयि त्वद् pos=n,g=,c=7,n=s
तुष्टे तुष् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=1,n=s
स्वस्थम् स्वस्थ pos=a,g=n,c=1,n=s
त्वयि त्वद् pos=n,g=,c=7,n=s
क्रुद्धे क्रुध् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
महद् महत् pos=a,g=n,c=1,n=s
भयम् भय pos=n,g=n,c=1,n=s
भयानाम् भय pos=n,g=n,c=6,n=p
अपनेता अपनेतृ pos=n,g=m,c=1,n=s
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
एकः एक pos=n,g=m,c=1,n=s
पुरुषोत्तम पुरुषोत्तम pos=n,g=m,c=8,n=s