महाभारतम् — 3.191.26
Original
Segmented
एतत् मया अनुभूतम् चिर-जीविना दृष्टम् इति पाण्डवान् उवाच मार्कण्डेयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
अनुभूतम् | अनुभू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
चिर | चिर | pos=a,comp=y |
जीविना | जीविन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
दृष्टम् | दृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
इति | इति | pos=i |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मार्कण्डेयः | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |