Original

कालचक्रं नयाम्येको ब्रह्मन्नहमरूपि वै ।शमनं सर्वभूतानां सर्वलोककृतोद्यमम् ॥ ३४ ॥

Segmented

कालचक्रम् नयामि एकः ब्रह्मन्न् अहम् अरूपि वै शमनम् सर्व-भूतानाम् सर्व-लोक-कृत-उद्यमम्

Analysis

Word Lemma Parse
कालचक्रम् कालचक्र pos=n,g=n,c=2,n=s
नयामि नी pos=v,p=1,n=s,l=lat
एकः एक pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्रह्मन्न् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
अरूपि अरूपिन् pos=a,g=n,c=1,n=s
वै वै pos=i
शमनम् शमन pos=a,g=n,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
भूतानाम् भूत pos=n,g=n,c=6,n=p
सर्व सर्व pos=n,comp=y
लोक लोक pos=n,comp=y
कृत कृ pos=va,comp=y,f=part
उद्यमम् उद्यम pos=n,g=n,c=1,n=s