Original

अहं त्रिवर्त्मा सर्वात्मा सर्वलोकसुखावहः ।अभिभूः सर्वगोऽनन्तो हृषीकेश उरुक्रमः ॥ ३३ ॥

Segmented

अहम् त्रि-वर्त्मा सर्वात्मा सर्व-लोक-सुख-आवहः अभि भूः सर्वगो ऽनन्तो हृषीकेश उरुक्रमः

Analysis

Word Lemma Parse
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
त्रि त्रि pos=n,comp=y
वर्त्मा वर्त्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
सर्वात्मा सर्वात्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
लोक लोक pos=n,comp=y
सुख सुख pos=n,comp=y
आवहः आवह pos=a,g=m,c=1,n=s
अभि अभि pos=i
भूः भू pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug
सर्वगो सर्वग pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽनन्तो अनन्त pos=a,g=m,c=1,n=s
हृषीकेश हृषीकेश pos=n,g=m,c=1,n=s
उरुक्रमः उरुक्रम pos=n,g=m,c=1,n=s