Original

कर्मकाले पुनर्देहमनुचिन्त्य सृजाम्यहम् ।प्रविश्य मानुषं देहं मर्यादाबन्धकारणात् ॥ ३० ॥

Segmented

कर्म-काले पुनः देहम् अनुचिन्त्य सृजामि अहम् प्रविश्य मानुषम् देहम् मर्यादा-बन्ध-कारणात्

Analysis

Word Lemma Parse
कर्म कर्मन् pos=n,comp=y
काले काल pos=n,g=m,c=7,n=s
पुनः पुनर् pos=i
देहम् देह pos=n,g=m,c=2,n=s
अनुचिन्त्य अनुचिन्तय् pos=vi
सृजामि सृज् pos=v,p=1,n=s,l=lat
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रविश्य प्रविश् pos=vi
मानुषम् मानुष pos=a,g=m,c=2,n=s
देहम् देह pos=n,g=m,c=2,n=s
मर्यादा मर्यादा pos=n,comp=y
बन्ध बन्ध pos=n,comp=y
कारणात् कारण pos=n,g=n,c=5,n=s