महाभारतम् — 3.186.33
Original
Segmented
बहु-शून्याः जनपदा मृग-व्याल-आवृताः दिशः युग-अन्ते समनुप्राप्ते वृथा च ब्रह्मचारिणः भोवादिनस् तथा शूद्रा ब्राह्मणाः च आर्य-वादिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
शून्याः | शून्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
जनपदा | जनपद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
व्याल | व्याल | pos=n,comp=y |
आवृताः | आवृ | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
युग | युग | pos=n,comp=y |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
समनुप्राप्ते | समनुप्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
वृथा | वृथा | pos=i |
च | च | pos=i |
ब्रह्मचारिणः | ब्रह्मचारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भोवादिनस् | भोवादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
शूद्रा | शूद्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ब्राह्मणाः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
वादिनः | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |