महाभारतम् — 3.186.2
Original
Segmented
न एके युग-सहस्र-अन्ताः त्वया दृष्टा महा-मुने न च अपि इह समः कश्चिद् आयुषा तव विद्यते वर्जयित्वा महात्मानम् ब्राह्मणम् परमेष्ठिनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
एके | एक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
युग | युग | pos=n,comp=y |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
अन्ताः | अन्त | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
दृष्टा | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
मुने | मुनि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
इह | इह | pos=i |
समः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आयुषा | आयुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वर्जयित्वा | वर्जय् | pos=vi |
महात्मानम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परमेष्ठिनम् | परमेष्ठिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |