महाभारतम् — 3.186.13
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच हन्त ते कथयिष्यामि नमस्कृत्वा स्वयम्भुवे पुरुषाय पुराणाय शाश्वताय अव्ययाय च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हन्त | हन्त | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
कथयिष्यामि | कथय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
नमस्कृत्वा | नमस्कृ | pos=vi |
स्वयम्भुवे | स्वयम्भु | pos=n,g=m,c=4,n=s |
पुरुषाय | पुरुष | pos=n,g=m,c=4,n=s |
पुराणाय | पुराण | pos=a,g=m,c=4,n=s |
शाश्वताय | शाश्वत | pos=a,g=m,c=4,n=s |
अव्ययाय | अव्यय | pos=a,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |