Original

अपीदानीं शरीरेऽस्मिन्मामके मुनिसत्तम ।उषितस्त्वं सुविश्रान्तो मार्कण्डेय ब्रवीहि मे ॥ ११७ ॥

Segmented

अपि इदानीम् शरीरे ऽस्मिन् मामके मुनि-सत्तम उषितस् त्वम् सु विश्रान्तः मार्कण्डेय ब्रवीहि मे

Analysis

Word Lemma Parse
अपि अपि pos=i
इदानीम् इदानीम् pos=i
शरीरे शरीर pos=n,g=n,c=7,n=s
ऽस्मिन् इदम् pos=n,g=n,c=7,n=s
मामके मामक pos=a,g=n,c=7,n=s
मुनि मुनि pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s
उषितस् वस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
सु सु pos=i
विश्रान्तः विश्रम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
मार्कण्डेय मार्कण्डेय pos=n,g=m,c=8,n=s
ब्रवीहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s