महाभारतम् — 3.185.31
Original
Segmented
नौस्थः च माम् प्रतीक्षेथास् तदा मुनि-जन-प्रिय आगमिष्यामि अहम् शृङ्गी विज्ञेयस् तेन तापस
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नौस्थः | नौस्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्रतीक्षेथास् | प्रतीक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
तदा | तदा | pos=i |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,g=m,c=8,n=s |
आगमिष्यामि | आगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
शृङ्गी | शृङ्गिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विज्ञेयस् | विज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तापस | तापस | pos=n,g=m,c=8,n=s |