महाभारतम् — 3.185.17
Original
Segmented
द्वि-योजन-आयता वापी विस्तृता च अपि योजनम् तस्याम् न असौ समभवन् मत्स्यो राजीव-लोचन विचेष्टितुम् वा कौन्तेय मत्स्यो वाप्याम् विशाम् पते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्वि | द्वि | pos=n,comp=y |
योजन | योजन | pos=n,comp=y |
आयता | आयम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
वापी | वापी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विस्तृता | विस्तृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
योजनम् | योजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तस्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समभवन् | सम्भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
मत्स्यो | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजीव | राजीव | pos=n,comp=y |
लोचन | लोचन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विचेष्टितुम् | विचेष्ट् | pos=vi |
वा | वा | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मत्स्यो | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वाप्याम् | वापी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
विशाम् | विश् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
पते | पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |