Original

तत आदाय विप्रर्षे प्रतिगृह्य धनं बहु ।भृत्यान्सुतान्संविभज्य ततो व्रज यथेप्सितम् ।एष वै परमो धर्मो धर्मविद्भिरुदाहृतः ॥ ५ ॥

Segmented

तत आदाय विप्र-ऋषे प्रतिगृह्य धनम् बहु भृत्यान् सुतान् संविभज्य ततो व्रज यथेप्सितम् एष वै परमो धर्मो धर्म-विद् उदाहृतः

Analysis

Word Lemma Parse
तत ततस् pos=i
आदाय आदा pos=vi
विप्र विप्र pos=n,comp=y
ऋषे ऋषि pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रतिगृह्य प्रतिग्रह् pos=vi
धनम् धन pos=n,g=n,c=2,n=s
बहु बहु pos=a,g=n,c=2,n=s
भृत्यान् भृत्य pos=n,g=m,c=2,n=p
सुतान् सुत pos=n,g=m,c=2,n=p
संविभज्य संविभज् pos=vi
ततो ततस् pos=i
व्रज व्रज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
यथेप्सितम् यथेप्सित pos=a,g=n,c=2,n=s
एष एतद् pos=n,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
परमो परम pos=a,g=m,c=1,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
विद् विद् pos=a,g=m,c=3,n=p
उदाहृतः उदाहृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part