Original

श्रुत्वैव तु महात्मानो मुनयोऽभ्यद्रवन्द्रुतम् ।सनत्कुमारं धर्मज्ञं संशयच्छेदनाय वै ॥ २० ॥

Segmented

श्रुत्वा एव तु महात्मानो मुनयो ऽभ्यद्रवन् द्रुतम् सनत्कुमारम् धर्म-ज्ञम् संशय-छेदनाय वै

Analysis

Word Lemma Parse
श्रुत्वा श्रु pos=vi
एव एव pos=i
तु तु pos=i
महात्मानो महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=p
मुनयो मुनि pos=n,g=m,c=1,n=p
ऽभ्यद्रवन् अभिद्रु pos=v,p=3,n=p,l=lan
द्रुतम् द्रु pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
सनत्कुमारम् सनत्कुमार pos=n,g=m,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञम् ज्ञ pos=a,g=m,c=2,n=s
संशय संशय pos=n,comp=y
छेदनाय छेदन pos=n,g=n,c=4,n=s
वै वै pos=i