महाभारतम् — 3.181.30
Original
Segmented
जित-इन्द्रिय-त्वात् वशिनः शुक्ल-त्वात् मन्द-रोगिन् अल्प-बाध-परित्रासात् भवन्ति निरुपद्रवाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जित | जि | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
वशिनः | वशिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
शुक्ल | शुक्ल | pos=a,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
मन्द | मन्द | pos=a,comp=y |
रोगिन् | रोगिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
अल्प | अल्प | pos=a,comp=y |
बाध | बाध | pos=n,comp=y |
परित्रासात् | परित्रास | pos=n,g=m,c=5,n=s |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
निरुपद्रवाः | निरुपद्रव | pos=a,g=m,c=1,n=p |