महाभारतम् — 3.178.5
Original
Segmented
कस्माच्चिद् दान-योगात् हि सत्यम् एव विशिष्यते सत्य-वाक्यात् च राज-इन्द्र किंचिद् दानम् विशिष्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कस्माच्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
दान | दान | pos=n,comp=y |
योगात् | योग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
हि | हि | pos=i |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
विशिष्यते | विशिष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
वाक्यात् | वाक्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विशिष्यते | विशिष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |