महाभारतम् — 3.177.33
Original
Segmented
सर्प उवाच श्रुतम् विदित-विद् तव वाक्यम् युधिष्ठिर भक्षयेयम् अहम् कस्माद् भ्रातरम् ते वृकोदरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्प | सर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
विदित | विद् | pos=va,comp=y,f=part |
विद् | विद् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=krtya |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भक्षयेयम् | भक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कस्माद् | क | pos=n,g=n,c=5,n=s |
भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वृकोदरम् | वृकोदर | pos=n,g=m,c=2,n=s |