महाभारतम् — 3.177.26
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच जातिः अत्र महा-सर्प मनुष्य-त्वे महामते संकरात् सर्व-वर्णानाम् दुष्परीक्ष्या इति मे मतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जातिः | जाति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
सर्प | सर्प | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मनुष्य | मनुष्य | pos=n,comp=y |
त्वे | त्व | pos=n,g=n,c=7,n=s |
महामते | महामति | pos=a,g=m,c=8,n=s |
संकरात् | संकर | pos=n,g=m,c=5,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
वर्णानाम् | वर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
दुष्परीक्ष्या | दुष्परीक्ष्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |