महाभारतम् — 3.174.8
Original
Segmented
सुख-उषिताः तत्र त एक-रात्रम् पुण्य-आश्रमे देव-महा-ऋषि-जुष्टे अभ्याययुस् ते बदरीम् विशालाम् सुखेन वीराः पुनः एव वासम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
उषिताः | वस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तत्र | तत्र | pos=i |
त | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
एक | एक | pos=n,comp=y |
रात्रम् | रात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
जुष्टे | जुष् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
अभ्याययुस् | अभ्याया | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
बदरीम् | बदरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विशालाम् | विशाला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सुखेन | सुख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वीराः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |