महाभारतम् — 3.174.17
Original
Segmented
वराह-नाना मृग-पक्षि-जुष्टम् महद् वनम् चैत्ररथ-प्रकाशम् शिवेन यात्वा मृगया-प्रधानाः संवत्सरम् तत्र वने विजह्रुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वराह | वराह | pos=n,comp=y |
नाना | नाना | pos=i |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चैत्ररथ | चैत्ररथ | pos=n,comp=y |
प्रकाशम् | प्रकाश | pos=a,g=n,c=2,n=s |
शिवेन | शिव | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यात्वा | या | pos=vi |
मृगया | मृगया | pos=n,comp=y |
प्रधानाः | प्रधान | pos=n,g=m,c=1,n=p |
संवत्सरम् | संवत्सर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
विजह्रुः | विहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |