महाभारतम् — 3.172.22
Original
Segmented
अजात-शत्रो त्वम् च एव द्रक्ष्यसे तानि संयुगे योज्यमानानि पार्थेन द्विषताम् अवमर्दने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अजात | अजात | pos=a,comp=y |
शत्रो | शत्रु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
द्रक्ष्यसे | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
योज्यमानानि | योजय् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
पार्थेन | पार्थ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
द्विषताम् | द्विष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
अवमर्दने | अवमर्दन | pos=n,g=n,c=7,n=s |