महाभारतम् — 3.171.2
Original
Segmented
दिव्यानि अस्त्राणि सर्वाणि त्वयि तिष्ठन्ति भारत न त्वा अभिभवितुम् शक्तो मानुषो भुवि कश्चन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिव्यानि | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
तिष्ठन्ति | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
भारत | भारत | pos=a,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अभिभवितुम् | अभिभू | pos=vi |
शक्तो | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मानुषो | मानुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |