Original

रमणीयं पुरं चेदं खचरं सुकृतप्रभम् ।सर्वरत्नैः समुदितं दुर्धर्षममरैरपि ।सयक्षगन्धर्वगणैः पन्नगासुरराक्षसैः ॥ ८ ॥

Segmented

रमणीयम् पुरम् च इदम् ख-चरम् सुकृत-प्रभम् सर्व-रत्नैः समुदितम् दुर्धर्षम् अमरैः अपि स यक्ष-गन्धर्व-गणैः पन्नग-असुर-राक्षसैः

Analysis

Word Lemma Parse
रमणीयम् रमणीय pos=a,g=n,c=1,n=s
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=n,comp=y
चरम् चर pos=a,g=n,c=1,n=s
सुकृत सुकृत pos=a,comp=y
प्रभम् प्रभा pos=n,g=n,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
रत्नैः रत्न pos=n,g=n,c=3,n=p
समुदितम् समुदि pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
दुर्धर्षम् दुर्धर्ष pos=a,g=n,c=1,n=s
अमरैः अमर pos=n,g=m,c=3,n=p
अपि अपि pos=i
pos=i
यक्ष यक्ष pos=n,comp=y
गन्धर्व गन्धर्व pos=n,comp=y
गणैः गण pos=n,g=m,c=3,n=p
पन्नग पन्नग pos=n,comp=y
असुर असुर pos=n,comp=y
राक्षसैः राक्षस pos=n,g=m,c=3,n=p