Original

तदहं प्रेक्ष्य दैत्यानां पुरमद्भुतदर्शनम् ।अपृच्छं मातलिं राजन्किमिदं दृश्यतेति वै ॥ ५ ॥

Segmented

तद् अहम् प्रेक्ष्य दैत्यानाम् पुरम् अद्भुत-दर्शनम् अपृच्छम् मातलिम् राजन् किम् इदम् दृश्यते इति वै

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रेक्ष्य प्रेक्ष् pos=vi
दैत्यानाम् दैत्य pos=n,g=m,c=6,n=p
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=2,n=s
अद्भुत अद्भुत pos=a,comp=y
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=2,n=s
अपृच्छम् प्रच्छ् pos=v,p=1,n=s,l=lan
मातलिम् मातलि pos=n,g=m,c=2,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
दृश्यते दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lat
इति इति pos=i
वै वै pos=i