महाभारतम् — 3.170.23
Original
Segmented
तत् पुरम् ख-चरम् दिव्यम् काम-गम् दिव्य-वर्चसम् दैतेयैः वर-दानेन धार्यते स्म यथासुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ख | ख | pos=n,comp=y |
चरम् | चर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
काम | काम | pos=n,comp=y |
गम् | ग | pos=a,g=n,c=1,n=s |
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
वर्चसम् | वर्चस | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दैतेयैः | दैतेय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वर | वर | pos=n,comp=y |
दानेन | दान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
धार्यते | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्म | स्म | pos=i |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |