Original

एवं ब्रुवति संहृष्टे प्रद्युम्ने पाण्डुनन्दन ।विष्ठितं तद्बलं वीर युयुधे च यथासुखम् ॥ ३३ ॥

Segmented

एवम् ब्रुवति संहृष्टे प्रद्युम्ने पाण्डु-नन्दन विष्ठितम् तद् बलम् वीर युयुधे च यथासुखम्

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
ब्रुवति ब्रू pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
संहृष्टे संहृष् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
प्रद्युम्ने प्रद्युम्न pos=n,g=m,c=7,n=s
पाण्डु पाण्डु pos=n,comp=y
नन्दन नन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s
विष्ठितम् विष्ठा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=1,n=s
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
युयुधे युध् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
यथासुखम् यथासुखम् pos=i