महाभारतम् — 3.169.4
Original
Segmented
व्यपयातेषु दैत्येषु प्रादुर्भूते च दर्शने अपश्यम् दानवांस् तत्र हताम् शत-सहस्रशस्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्यपयातेषु | व्यपया | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
दैत्येषु | दैत्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रादुर्भूते | प्रादुर्भू | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
दर्शने | दर्शन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अपश्यम् | पश् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
दानवांस् | दानव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
हताम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
शत | शत | pos=n,comp=y |
सहस्रशस् | सहस्रशस् | pos=i |