Original

पितामहेन संहारः प्रजानां विहितो ध्रुवम् ।न हि युद्धमिदं युक्तमन्यत्र जगतः क्षयात् ॥ २१ ॥

Segmented

पितामहेन संहारः प्रजानाम् विहितो ध्रुवम् न हि युद्धम् इदम् युक्तम् अन्यत्र जगतः क्षयात्

Analysis

Word Lemma Parse
पितामहेन पितामह pos=n,g=m,c=3,n=s
संहारः संहार pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रजानाम् प्रजा pos=n,g=f,c=6,n=p
विहितो विधा pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ध्रुवम् ध्रुवम् pos=i
pos=i
हि हि pos=i
युद्धम् युद्ध pos=n,g=n,c=1,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
युक्तम् युज् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अन्यत्र अन्यत्र pos=i
जगतः जगन्त् pos=n,g=n,c=6,n=s
क्षयात् क्षय pos=n,g=m,c=5,n=s