महाभारतम् — 3.166.17
Original
Segmented
तेन तेषाम् प्रणुन्नानाम् आशु-त्वात् शीघ्र-गामिनाम् न अन्वपश्यम् तदा किंचित् तन् मे ऽद्भुतम् इव अभवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्रणुन्नानाम् | प्रणुद् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
आशु | आशु | pos=a,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
शीघ्र | शीघ्र | pos=a,comp=y |
गामिनाम् | गामिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
अन्वपश्यम् | अनुपश् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तन् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽद्भुतम् | अद्भुत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |