Original

एवं कृत्वा स भगवांस्ततोऽन्यद्रूपमात्मनः ।दिव्यमेव महाराज वसानोऽद्भुतमम्बरम् ॥ ४० ॥

Segmented

एवम् कृत्वा स भगवांस् ततो ऽन्यद् रूपम् आत्मनः दिव्यम् एव महा-राज वसानो ऽद्भुतम् अम्बरम्

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
कृत्वा कृ pos=vi
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
भगवांस् भगवन्त् pos=n,g=m,c=1,n=s
ततो ततस् pos=i
ऽन्यद् अन्य pos=n,g=n,c=2,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
दिव्यम् दिव्य pos=a,g=n,c=2,n=s
एव एव pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
वसानो वस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽद्भुतम् अद्भुत pos=a,g=n,c=2,n=s
अम्बरम् अम्बर pos=n,g=n,c=2,n=s