महाभारतम् — 3.161.4
Original
Segmented
मयूर-हंस-स्वन-नादितानि पुष्प-उपकीर्णानि महा-अचलस्य शृङ्गाणि सानूनि च पश्यमाना गिरेः परम् हर्षम् अवाप्य तस्थुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मयूर | मयूर | pos=n,comp=y |
हंस | हंस | pos=n,comp=y |
स्वन | स्वन | pos=n,comp=y |
नादितानि | नादय् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
उपकीर्णानि | उपकृ | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
अचलस्य | अचल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शृङ्गाणि | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
सानूनि | सानु | pos=n,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
पश्यमाना | पश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
गिरेः | गिरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हर्षम् | हर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्य | अवाप् | pos=vi |
तस्थुः | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lit |