महाभारतम् — 3.160.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच ततः सूर्य-उदये धौम्यः कृत्वा आह्निकम् अरिंदम आर्ष्टिषेणेन सहितः पाण्डवान् अभ्यवर्तत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततः | ततस् | pos=i |
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
उदये | उदय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धौम्यः | धौम्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
आह्निकम् | आह्निक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अरिंदम | अरिंदम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
आर्ष्टिषेणेन | आर्ष्टिषेण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सहितः | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभ्यवर्तत | अभिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |