महाभारतम् — 3.156.31
Original
Segmented
न तात चपलैः भाव्यम् इह प्राप्तैः कथंचन उष्य इह यथाकामम् यथाश्रद्धम् विहृत्य च ततः शस्त्रभृताम् श्रेष्ठ पृथिवीम् पालयिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
चपलैः | चपल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
भाव्यम् | भावय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इह | इह | pos=i |
प्राप्तैः | प्राप् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
कथंचन | कथंचन | pos=i |
उष्य | वस् | pos=vi |
इह | इह | pos=i |
यथाकामम् | यथाकाम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
यथाश्रद्धम् | यथाश्रद्धम् | pos=i |
विहृत्य | विहृ | pos=vi |
च | च | pos=i |
ततः | ततस् | pos=i |
शस्त्रभृताम् | शस्त्रभृत् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पालयिष्यसि | पालय् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |