Original

सुखोदर्कमिमं क्लेशमचिराद्भरतर्षभ ।क्षत्रधर्मेण धर्मज्ञ तीर्त्वा गां पालयिष्यसि ॥ ९ ॥

Segmented

सुख-उदर्कम् इमम् क्लेशम् अचिराद् भरत-ऋषभ क्षत्र-धर्मेण धर्म-ज्ञ तीर्त्वा गाम् पालयिष्यसि

Analysis

Word Lemma Parse
सुख सुख pos=n,comp=y
उदर्कम् उदर्क pos=n,g=m,c=2,n=s
इमम् इदम् pos=n,g=m,c=2,n=s
क्लेशम् क्लेश pos=n,g=m,c=2,n=s
अचिराद् अचिर pos=a,g=n,c=5,n=s
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
क्षत्र क्षत्र pos=n,comp=y
धर्मेण धर्म pos=n,g=m,c=3,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञ ज्ञ pos=a,g=m,c=8,n=s
तीर्त्वा तृ pos=vi
गाम् गो pos=n,g=,c=2,n=s
पालयिष्यसि पालय् pos=v,p=2,n=s,l=lrt