महाभारतम् — 3.154.9
Original
Segmented
ये ऽन्ये केचिन् मनुष्येषु तिर्यग्योनि-गताः अपि गन्धर्व-यक्ष-रक्षांसि वयांसि पशवस् तथा मनुष्यान् उपजीवन्ति ततस् त्वम् उपजीवसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
केचिन् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मनुष्येषु | मनुष्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
तिर्यग्योनि | तिर्यग्योनि | pos=n,comp=y |
गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
रक्षांसि | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
वयांसि | वयस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
पशवस् | पशु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
मनुष्यान् | मनुष्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उपजीवन्ति | उपजीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ततस् | ततस् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
उपजीवसि | उपजीव् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |