Original

अब्रवीच्च पुनर्भीमं रोषात्प्रस्फुरिताधरः ।न मे मूढा दिशः पाप त्वदर्थं मे विलम्बनम् ॥ ३८ ॥

Segmented

अब्रवीत् च पुनः भीमम् रोषात् प्रस्फुरित-अधरः न मे मूढा दिशः पाप त्वद्-अर्थम् मे विलम्बनम्

Analysis

Word Lemma Parse
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
pos=i
पुनः पुनर् pos=i
भीमम् भीम pos=n,g=m,c=2,n=s
रोषात् रोष pos=n,g=m,c=5,n=s
प्रस्फुरित प्रस्फुर् pos=va,comp=y,f=part
अधरः अधर pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मूढा मुह् pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part
दिशः दिश् pos=n,g=f,c=1,n=p
पाप पाप pos=a,g=m,c=8,n=s
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
विलम्बनम् विलम्बन pos=n,g=n,c=1,n=s