महाभारतम् — 3.154.3
Original
Segmented
ब्राह्मणो मन्त्र-कुशलः सर्व-अस्त्रेषु अस्त्र-वित्तमः इति ब्रुवन् पाण्डवेयान् पर्युपास्ते स्म नित्यदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
कुशलः | कुशल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
अस्त्रेषु | अस्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अस्त्र | अस्त्र | pos=n,comp=y |
वित्तमः | वित्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
ब्रुवन् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पाण्डवेयान् | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पर्युपास्ते | पर्युपास् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्म | स्म | pos=i |
नित्यदा | नित्यदा | pos=i |