महाभारतम् — 3.152.5
Original
Segmented
देवर्षयस् तथा यक्षा देवाः च अत्र वृकोदर आमन्त्र्य यक्ष-प्रवरम् पिबन्ति विहरन्ति च गन्धर्व-अप्सरसः च एव विहरन्ति अत्र पाण्डव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
देवर्षयस् | देवर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
यक्षा | यक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
वृकोदर | वृकोदर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
आमन्त्र्य | आमन्त्रय् | pos=vi |
यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पिबन्ति | पा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
विहरन्ति | विहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
अप्सरसः | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
विहरन्ति | विहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अत्र | अत्र | pos=i |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |