महाभारतम् — 3.152.4
Original
Segmented
राक्षसा ऊचुः आक्रीडो ऽयम् कुबेरस्य दयितः पुरुष-ऋषभ न इह शक्यम् मनुष्येण विहर्तुम् मर्त्य-धर्मिना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
राक्षसा | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
आक्रीडो | आक्रीड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुबेरस्य | कुबेर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दयितः | दयित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
इह | इह | pos=i |
शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
मनुष्येण | मनुष्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विहर्तुम् | विहृ | pos=vi |
मर्त्य | मर्त्य | pos=n,comp=y |
धर्मिना | धर्मिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |