महाभारतम् — 3.152.15
Original
Segmented
ततः स यम-दण्ड-कल्पाम् महा-गदाम् काञ्चन-पट्ट-नद्धाम् प्रगृह्य तान् अभ्यपतत् तरस्वी ततो ऽब्रवीत् तिष्ठत तिष्ठत इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यम | यम | pos=n,comp=y |
दण्ड | दण्ड | pos=n,comp=y |
कल्पाम् | कल्प | pos=n,g=f,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
गदाम् | गदा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
काञ्चन | काञ्चन | pos=a,comp=y |
पट्ट | पट्ट | pos=n,comp=y |
नद्धाम् | नह् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभ्यपतत् | अभिपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तरस्वी | तरस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तिष्ठत | स्था | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
तिष्ठत | स्था | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
इति | इति | pos=i |