Original

हरिताम्बुजसंछन्नां दिव्यां कनकपुष्कराम् ।पवित्रभूतां लोकस्य शुभामद्भुतदर्शनाम् ॥ ३ ॥

Segmented

हरित-अम्बुज-संछन्नाम् दिव्याम् कनक-पुष्कराम् पवित्र-भूताम् लोकस्य शुभाम् अद्भुत-दर्शनाम्

Analysis

Word Lemma Parse
हरित हरित pos=a,comp=y
अम्बुज अम्बुज pos=n,comp=y
संछन्नाम् संछद् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
दिव्याम् दिव्य pos=a,g=f,c=2,n=s
कनक कनक pos=n,comp=y
पुष्कराम् पुष्कर pos=n,g=f,c=2,n=s
पवित्र पवित्र pos=n,comp=y
भूताम् भू pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
लोकस्य लोक pos=n,g=m,c=6,n=s
शुभाम् शुभ pos=a,g=f,c=2,n=s
अद्भुत अद्भुत pos=a,comp=y
दर्शनाम् दर्शन pos=n,g=f,c=2,n=s