महाभारतम् — 3.151.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच स गत्वा नलिनीम् रम्याम् राक्षसैः अभिरक्षिताम् कैलास-शिखरे रम्ये ददर्श शुभ-कानने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गत्वा | गम् | pos=vi |
नलिनीम् | नलिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
रम्याम् | रम्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
राक्षसैः | राक्षस | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अभिरक्षिताम् | अभिरक्ष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
कैलास | कैलास | pos=n,comp=y |
शिखरे | शिखर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रम्ये | रम्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
कानने | कानन | pos=n,g=n,c=7,n=s |